अपनी भाषा से मोह लेती है हिन्दी,
अपने जज़्बातों से जोड़ लेती है हिन्दी,
हृदय के भाव का वर्णन करती है हिन्दी,
सरलता से शब्दों का लेन-देन करती है हिन्दी।